MP Board Class 12th General Hindi Model Question Paper

MP Board Class 12th General Hindi Model Question Paper

Time : 3 Hours
Maximum Marks: 100

निर्देशः

  • सभी प्रश्न अनिवार्य हैं।
  • प्रश्न क्रमांक 1 से 5 तक वस्तुनिष्ठ प्रश्न हैं। प्रत्येक प्रश्न के लिए 5 अंक आवंटित हैं। उपप्रश्न पर 1 अंक आवंटित है।
  • प्रश्न क्रमांक 6 से 15 तक प्रत्येक प्रश्न के लिए 2-2 अंक आवंटित हैं। प्रत्येक का उत्तर लगभग 30 शब्दों में लिखिए।
  • प्रश्न क्रमांक 16 से 21 तक प्रत्येक प्रश्न के लिए 3-3 अंक आवंटित हैं। प्रत्येक का उत्तर लगभग 75 शब्दों में लिखिए।
  • प्रश्न क्रमांक 22 से 24 तक प्रत्येक प्रश्न के लिए 4-4 अंक आवंटित हैं। प्रत्येक का उत्तर लगभग 120 शब्दों में लिखिए।
  • प्रश्न क्रमांक 25 से 27 तक के लिए 5-5 अंक आवंटित हैं। प्रत्येक का उत्तर लगभग 150 शब्दों में लिखिए।
  • प्रश्न क्रमांक 28 के लिए 10 अंक आवंटित हैं। शब्द सीमा लगभग 200-250 शब्द है।

1. उचित शब्दों का चयन कर रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए: [1 x 5 = 5]
(i) सूरदास की भक्ति ____________ भाव की है। (दास्य/साख्य)
(ii) नगर शोभा में दोहों की संख्या ____________ है। (142/152)
(iii) सुभद्रा कुमारी चौहान का काव्य संग्रह ह ____________ (त्रिधारा/पंचधारा)
(iv) हिन्दी निबन्ध का उद्भव काल ____________ युग है। (भारतेन्दु/द्विवेदी)
(v) एक से अधिक अर्थ देने वाले शब्द ____________ कहलाते हैं। (एकार्थी/अनेकार्थी)
उत्तर-
(i) साख्य
(ii) 142
(iii) त्रिधारा
(iv) भारतेन्दु
(v) अनेकार्थी

2. सही विकल्प चुनकर लिखिए: [1 x 5 = 5]
(i) गोपालसिंह नेपाली का जन्म सन् है
(अ) 1932 (ब) 1902 (स) 1904 (द) 1911
(ii) सवा-सवा लाख पर एक को चढ़ाने की घोषणा की
(अ) गुरु नानक (ब) अर्जुन सिंह (स) गोविन्द सिंह (द) तेग बहादुर
(iii) साठ हजार हाथियों से अधिक बलराशि का स्वामी
(अ) दारा (ब) शाहजहाँ (स) औरंगजेब (द) हुमायू
(iv) कर्मधारय समास का उदाहरण है
(अ) अष्टांग (ब) दोराहा (स) माता-पिता (द) कनकलता
(v) ‘बाल बाँका न होना’ का अर्थ है
(अ) हानि होते होते बचना (ब) कुछ भी हानि न होना (स) कुछ भी असर न होना (द) कम असर होना
उत्तर-
(i) 1902
(ii) गोविन्द सिंह
(iii) दारा
(iv) कनकलता
(v) कुछ भी हानि न होना

3. सत्य/असत्य का चयन कर लिखिए: [1 x 5 = 5]
(i) ‘प्रभावती’ निराला का काव्य संकलन है।
(ii) मेषमाता बकरी को कहते हैं।
(iii) निष्ठामूर्ति कस्तूरबा संस्मरण विधा है।
(iv) निबन्ध मन की सहज और उन्मुक्त उड़ान है।
(v) अड्यार पुस्तकालय केरल में है।
उत्तर-
(i) असत्य
(ii) असत्य
(ii) सत्य
(iv) सत्य
(v) सत्य

4. सही जोड़ी बनाइये: [1 x 5 = 5]

5. एक वाक्य में उत्तर दीजिए: [1 x 5 = 5]
(i) धरती का ताज किसे कहा है
(ii) देवेन्द्र दीपक का जन्म किस सन् में हुआ?
(iii) प्रक्रिया सामग्री का तकनीकी शब्द क्या है?
(iv) अर्थ की दृष्टि से वाक्य के कितने भेद होते हैं?
(v) ‘दक्षिण भारत की एक झलक’ के लेखक कौन हैं?
उत्तर-
(i) हिमालय
(ii) 31 जुलाई 1934
(iii) सॉफ्टवेयर
(iv) आठ
(v) आचार्य विनय मोहन शर्मा

6. निम्नलिखित शब्दों के दो-दो पर्यायवाची शब्द लिखिए:
चंद्रमा, बादल, हवा, पानी
उत्तर-
पर्यायवाची शब्द
(i) चंद्रमा → निशाकर, मयंक।
(ii) बादल → मेघ, नीरद।
(iii) हवा → पवन, वायु।
(iv) पानी → नीर, जल।
अथवा

निर्देशानुसार वाक्य परिवर्तन कीजिए:
(i) वह फल खरीदने के लिए बाजार गया। (संयुक्त वाक्य)
(ii) स्वावलंबी व्यक्ति सदा सुखी रहते हैं। (संयुक्त वाक्य)
उत्तर-
(i) उसे फल खरीदने थे, इसलिए वह बाजार गया।
(ii) जो व्यक्ति स्वावलंबी होते हैं, वे सदा सुखी रहते हैं।

7. समास विग्रह कर नाम लिखिए: (कोई दो)
(i) सत्यग्रह
(ii) कमलचयन
(iii) माता-पिता
(iv) नवरत्न
उत्तर-
(i) सत्याग्रह = सत्य के लिए आग्रह (तत्पुरुष समास)
(ii) कमलनयन = कमल के समान नयन (कर्मधारय समास)
(iii) माता-पिता = माता और पिता (द्वन्द्व समास)
(iv) नवरत्न = नौ रत्नों का समूह (द्विगु समास)
अथवा

मुहावरों का अर्थ लिखकर वाक्य में प्रयोग कीजिए: (कोई दो)
(i) गज भर की छाती होना
(ii) सूरज को दीपक दिखाना
(ii) सिर धुनना
उत्तर-
(i) गज भर की छाती होना = बलवान होना।
वाक्य प्रयोग-रमेश की गज भर की छाती है।

(ii) सूरज को दीपक दिखाना = मूर्खतापूर्ण व्यवहार करना।
वाक्य प्रयोग-विश्वविख्यात कथावाचक के सम्मुख मुकेश ने कुछ तर्क
किया, जो सूरज को दीपक दिखाने जैसा हुआ

(iii) सिर धुनना = पश्चाताप करना।
वाक्य प्रयोग-हायर सेकेण्ड्री की परीक्षा में अनुत्तीर्ण होने पर अरुण ने अपना सिर धुन लिया।
मकरंद : हिंदी सामान्य

8. संक्षेपण किसे कहते हैं?
उत्तर-
संक्षेपण की परिभाषा-संक्षेपण वह कला है जिसके द्वारा किसी वक्तव्य को, किसी विषय को कम-से-कम शब्दों में प्रस्तुत किया जाए तो भी वह स्वयं में पूर्ण हो। उसमें मूल का न कोई अंश छूटता है और न ही उसक
अनिवार्य आशय के समझने में कोई न्यूनता आती है।
अथवा
भाव पल्लवन कीजिए:
“दूर के ढोल सुहावने होते हैं”
उत्तर-
भाव पल्लवनः आज के परिवेश में आधुनिकता की मानसिकता, फैशन, बनावटी दिखावा से घिरे हुए व्यक्ति की वास्तविकता का सम्यक् पता नहीं चल पाता। हम उसके बाह्य स्वरूप को देखकर आकर्षित हो जाते हैं। उसके मौलिक, विचारों, गुणों से पूर्णतः अनभिज्ञ रहते हैं।

9. अशुद्ध वाक्यों को शुद्ध कीजिए:
(i) रानी पन्द्रह अगस्त में भाषण बोलेगी।
(ii) मैं गीता पढ़ा हूँ
उत्तर-
(i) रानी पन्द्रह अगस्त को भाषण देगी।
(ii) मैंने गीता पढ़ी है।

अथवा
रचना के आधार पर वाक्य के कितने भेद होते हैं नाम लिखिए।
उत्तर-
रचना के आधार पर वाक्य तीन प्रकार के होते हैं
(i) साधारण वाक्य
(ii) संयुक्त वाक्य
(iii) मिश्र वाक्य

10. कोई चार तकनीकी शब्द लिखिए।
उत्तर-
(i) अनुवांशिकी
(ii) पारिस्थितिकी
(iii) जीवाश्म
(iv) विकिरण।
अथवा
निम्नलिखित शब्दों के विलोम शब्द लिखिए:
(i) आवश्यक
(ii) परिष्कृत
(iii) स्वाधीन
(iv) प्रशंसा
उत्तर-
विलोम शब्दः
(i) आवश्यक = अनावश्यक
(ii) परिष्कृत = दूषित
(iii) स्वाधीन = पराधीन
(iv) प्रशंसा = निंदा।

11. अनेकार्थी शब्दों के अलग-अलग अर्थ लिखकर वाक्यों में प्रयोग कीजिए:
(i) घटा (ii) अंक
उत्तर-
(i) घटा = बादल
वाक्य प्रयोग- आकाश में घटा छाई है।
घटा = कम हुआ
वाक्य प्रयोग- अब जाके दाल का मूल्य घटा।

(ii) अंक = गोद
वाक्य प्रयोग- माँ शिशु को अंक में बिठाए हुए है।

अंक = अध्याय
वाक्य प्रयोग- इस नाटक के सात अंक हैं।
अथवा
समोच्चारित शब्दों का अर्थ लिखकर वाक्य में प्रयोग कीजिए: –
(i) अवधि – अवधी
(ii) अविराम – अभिराम
उत्तर-
(i) अवधि = समय
वाक्य प्रयोग- प्रश्न पत्र हल करने की अवधि 3 घंटे की है।

अवधी = एक भाषा
वाक्य प्रयोग- तुलसीदास अवधी भाषा के सर्वश्रेष्ठ कवि हैं।

अविराम = लगातार
वाक्य प्रयोग- मोहन ने अविराम चलकर अल्प समय में अपने गन्तव्य पर पहुँच गया।

अभिराम = सुंदर
वाक्य प्रयोग- कमलों से युक्त यह सरोवर अभिराम लग रहा है।

12. सिरचन कौन सी वस्तुएँ बनाना जानता था?
उत्तर-
सिरचन मोथी घास और पटेर की रंगीन शीतलपाटी, बाँस की तीलियों की झिलमिलाती चिक, मोढ़े, मूंज की रस्सी के बड़े-बड़े जाले, ताल के पत्तों की छतरी-टोपी आदि बनाना जानता था।
अगवा
बाबू गुलाबराय ने किन परिस्थितियों में स्वयं को नारायण कहा है?
उत्तर-
नारायण का निवास स्थान जल में है और बाबू गुलाबराय का घर भी वर्षा के कारण जल में डूबा हुआ था, ऐसी स्थिति में लेखक स्वयं को नारायण समझने लगा था।

13. चन्द्रकांत किस सभ्यता व रहन-सहन का प्रेमी था?
उत्तर-
चंद्रकांत अंग्रेजी सभ्यता व रहन-सहन का प्रेमी था।
अथवा
मंत्री जी उदास क्यों थे?
उत्तर-
देश के राजा नि:संतान चल बसे थे। तब राजा किसे चुना जाए, इसी फ़िक्र में मंत्री जी उदास थे।

14. विषय के आधार पर निबन्ध को कितने भागों में बाँटा गया है? नाम लि खिए।
2 उत्तर-
निबंध के प्रकार
(i) साहित्यिक (ii) सांस्कृतिक (iii) सामाजिक (iv) ऐतिहासिक (v) व्यक्तिनिष्ठ (vi) वस्तुनिष्ठ
अथवा
हिन्दी निबन्ध का विकास क्रम लिखिए।
उत्तर-
हिन्दी निबंध का विकास क्रम
(i) भारतेंदुयुगीन निबंध
(ii) द्विवेदीयुगीन निबंध
(iii) शुक्लयुगीन निबंध
(iv) शुक्लयुगोत्तर निबंध
(v) सामयिक निबंध – 1940 से अब तक।

15. व्यास शैली से क्या आशय है?
उत्तर-
व्यास शैली में लेखक निबंधों के तथ्यों को खोलता हुआ चला जाता है। उन्हें विभिन्न तर्को उदाहरणों के द्वारा व्याख्यायित करता चला जाता है। वर्णनात्मक और तुलनात्मक तथा विवरणात्मक निबंधों में निबंधकार इसी प्रकार की शैली का प्रयोग करता है।
अथवा
किन्हीं चार अप्रवासी हिन्दी निबन्धकारों के नाम लिखिए।
उत्तर-
निबंधकारों के नाम
(i) प्रभाकर श्रोत्रिय
(ii) प्रदीप मांडव
(iii) चंद्रकांत वांदिवडेकर
(iv) सुधीश पचौरी

16. यशोदा ने देवकी को क्या संदेशा भेजा?
उत्तर-
यशोदा ने देवकी को संदेश भेजा कि मैं तो कृष्ण का पालन-पोषण करने वाली धाय हूँ। मेरी आपसे विनती है कि आप कृष्ण पर ममता, दया करती रहना। उसके प्रति कठोरता का व्यवहार कभी न करना। कृष्ण को उसका प्रिय माखन-रोटी ही खाने को देना। वह बड़ी मुश्किल से स्नान करता है, अतः उसकी सभी फरमाइशों को पूरा करके स्नान कराना। कृष्ण संकोची स्वभाव का है। वह कुछ नहीं बोलेगा, अतः उसकी मनोवृत्ति व आदतों का ध्यान रखना।

अथवा
रहीम ने समुद्र के जल की अपेक्षा कुएँ के जल को श्रेष्ठ क्यों बताया है?
उत्तर-
रहीम ने समुद्र और कुएँ के जल में कुएँ के जल को श्रेष्ठ बताया है। उन्होंने कहा- यद्यपि कुआँ आकार में छोटा होता है, लेकिन प्यासा कुएँ के पास ही जाकर अपनी प्यास बुझाता है। समुद्र आकार में बड़ा है, लेकिन प्यासा उसके जल से प्यास नहीं बुझा सकता है, वह प्यासा ही रह जाता है। अतः कवि ने समुद्र जल की अपेक्षा कुएँ को श्रेष्ठ बताया है।

17. छत्रसाल की बरछी की विशेषताएँ लिखिए?
उत्तर-
विशेषताएँ-छत्रसाल की बरछी नागिन के समान है। वह अपने शत्रुओं की चुन-चुनकर मारती है। वह अपने शत्रुओं के बख्तर को फाड़कर उनके शरीर में इस प्रकार घुस जाती है, जैसे मछली जल की धारा को चीरकर आगे बढ़ जाती है।
अथवा
“हम कहाँ जा रहे हैं” कविता के माध्यम से कवि क्या संदेश देना चाहते हैं? उत्तर ‘हम कहाँ जा रहे हैं’ से कवि संदेश देना चाहता है कि भारतीय सभ्यता, संस्कृति, उसकी परंपराएँ, व्यवहार, उपलब्धियाँ और जीवन मूल्य सर्वश्रेष्ठ हैं। हमें पाश्चात्य जीवन-शैली और वस्तुओं को नहीं अपनाना चाहिए। हमें भारतीय ही बने रहना चाहिए, क्योंकि इसी में हमारा कल्याण है।

18. कवि गोपालसिंह नेपाली ने गंगाजल की क्या विशेषताएँ बतलाई हैं?
उत्तर-
गंगाजल की बहत बडी विशेषता है कि वह बहत ही पवित्र है। उसको पीने वाला दुःख में भी मुस्कुराता रहता है। यही नहीं, इसको पीने वाला तो हर प्रकार के दुःखों को हँसते-हँसते सहन कर जाता है।
अथवा
पंचतत्व के किन गुणों को माँ धारण किए हुए है?
उत्तर-
पृथ्वी, आकाश, अग्नि, जल और वायु पाँच तत्व होते हैं। माँ इन सभी गुणों को धारण किए हुए है। माँ पृथ्वी का गुण धैर्य, आकाश के गुण चैतन्य अथवा प्रकाश को, अग्नि के गुण तीव्रता, पवन की गतिमयी व्यापकता तथा जल के गुण गंभीरता को धारण किए हुए हैं।

19. मोमबत्ती बुझने के बाद परिवेश में क्या-क्या परिवर्तन हुआ?
उत्तर-
मोमबत्ती बुझने के बाद पूर्णिमा के चाँद की चाँदनी दरवाजे और खिड़की से झाँकती हुई पूरे कमरे में फैल गई। सारा परिवेश प्रकाशमय हो गया।
अथवा
दुनिया में कौन सी दो अमोघ शक्तियाँ मानी गई हैं? कस्तूरबा की निष्ठा किसमें अधिक थी?
उत्तर-
दुनिया में शब्द और कृति दो अमोघ शक्तियाँ मानी गई हैं। शब्दों ने तो सारी दुनिया को हिलाकर रख दिया है। किंतु अंतिम शक्ति तो ‘कृति’ की है। कस्तूरबा ने इन दोनों शक्तियों से ही अधिक श्रेष्ठ शक्ति कृति की नम्रता के साथ उपासना करके संतोष माना और जीवन सिद्धि प्राप्त की।

20. अखबार में जबलपुर की कौन सी घटना छपी थी?
उत्तर-
अखबार में जबलपुर की घटना छपी थी कि कल रात एकाएक खूब पानी बरसा। जेल के पास के नाले में तीन गरीब बच्चे बह गए। उन तीनों की लाशें मिलीं। बहुत कोशिश करने पर भी इनकी शिनाख्त नहीं हो सकी दो लड़कियाँ हैं और एक लड़का। ऐसा सुना गया है कि वे गाना गाकर भीख माँगा करते थे।
अथवा
देवेन्द्र दीपक के अनुसार पुस्तक की समीक्षा किस प्रकार की जाती है?
उत्तर-
लेखक देवेन्द्र दीपक के अनुसार पुस्तक की समीक्षा बेबाक होती है और प्रायः – प्रायोजित होती है। समीक्षा में अक्सर एक अनावश्यक लंबी भूमिका होती है। इसमें पुस्तक के अंदर जो कुछ भी है, उसकी चर्चा कम होती है तथा जो नहीं है उसकी चर्चा अधिक होती है। दूसरे शब्दों में पुस्तक की समीक्षा ठीक प्रकार से नहीं होती है।

21. गाँधीजी का शिक्षा के प्रति क्या दृष्टिकोण था?
उत्तर-
गाँधी जी का शिक्षा के प्रति दृष्टिकोण था कि जो शिक्षा चरित्र निर्माण की भावना और कर्तव्य की भावना उत्पन्न करे, वही सर्वश्रेष्ठ है। केवल अक्षर ज्ञान शिक्षा नहीं है। सच्ची शिक्षा तो चरित्र-निर्माण और कर्त्तव्य-बोध है।
अथवा
स्थितप्रज्ञता कैसे प्राप्त होती है?
उत्तर-
मन को किसी परम उच्च में लगा देने से स्थिर प्रज्ञता प्राप्त होती है। जैसे लोक-संग्रह के कार्य में, राष्ट्रभक्ति में, दीन-दु:खियों की सेवा में।

22. शरीरबल और आत्मबल में लेखक ने किसे श्रेष्ठ माना है आज विश्व कल्याण के लिए दोनों में से कौन सा अधिक उपयोगी है
उत्तर-
शरीरबल और आत्मबल में से आत्मबल को लेखक ने श्रेष्ठ माना है। आज विश्वकल्याण के लिए दोनों में से आत्मबल सर्वाधिक उपयोगी है।
अथवा
केरल के गाँवों की कौन सी विशेषताएँ हैं उत्तर-केरल के गाँव की विशेषताएँ-केरल के गाँव की गलियाँ साफ-सुथरी रहती हैं। केरल के गाँवों में बिजली की पूर्ण व्यवस्था है। गाँव बिजली की रोशनी से चमचमाते रहते हैं। केरल के गाँवों में डाकखाना, दवाखाना, और स्कूल की समुचित व्यवस्था है। केरल के गाँवों में हिन्दी का प्रचार और प्रसार बहुत है। यहाँ हिन्दी परीक्षा की अनिवार्य भाषा है।

23. “माँ बस यह वरदान चाहिए” कविता में देश की जय के लिए कवि किस भाव के आकांक्षी हैं?
उत्तर-
‘माँ बस यह वरदान चाहिए’ कविता में कवि देश की जय के लिए अपनी हार, स्वार्थ, त्याग, और बलिदान के भाव का आकांक्षी है।
अथवा
कवि जागो फिर एक बार में क्या उद्बोधन देते हैं?
उत्तर-
कवि ने ‘जागो फिर एक बार’ कविता में भारतीयों को उद्बोधन दिया है कि स्वतंत्रता प्राप्ति के महासंग्राम में योद्धा की तरह संघर्ष करो। अपनी परिवर्ती परंपरा को अक्षुण्ण रखने वाले भारतीय को अपनी संपूर्ण कायरता को त्यागकर अपने पराक्रमी और पुरुषार्थी स्वरूप को जाग्रत करो। अपनी दासता के सम्पूर्ण बंधनों को तोड़ने के लिए उसे जागृत करना आवश्यक है।

24. निम्नलिखित पद्यांश की सन्दर्भ, प्रसंग सहित व्याख्या कीजिए:
साजि चतुरंग सैन अंग मैं उमंग धारि,
सरजा सिवाजी जंग जीतन चलत हैं।
भूषन भनत नाद विहद नगारन के,
नदी नद मद गैबरन के रलत हैं।
ऐलफैल खैलभैल खलक में गैलगैल,
गजन की छैलपैल सैल उलसत हैं।
तारा सो तरनि धूरिधारा में लगत जिमि,
थारा पर पारा पारावार यों हलत है ॥
उत्तर-
इसी पुस्तक का पृष्ठ संख्या 89-90 देखें।
अथवा
तप मेरे मोहन का उद्धव धूल उड़ाता आया,
हाय विभूति रमाने का भी मैंने योग न पाया,
सूखा कण्ठ, पसीना छूटा मृग-तृष्णा की माया,
झुलसी दृष्टि, अँधेरा दीखा, टूट गई वह छाया,
मेरा ताप और तप उनका
जलती है यह जठर मही॥
उत्तर-
इसी पुस्तक का पृष्ठ संख्या 218-219 देखें।

25. निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर दिये गये प्रश्नों के उत्तर दीजिए: [1 + 1 + 1 + 235]
समय एक अमूल्य निधि है, जीवन संग्राम में सफल होने के लिए समय का सदुपयोग परम आवश्यक है। अक्सर लोग समय की तुलना धन से करते हैं, लेकिन समय धन से अधिक मूल्यवान है। धन तो एक साधन मात्र है, परन्तु समय सब कुछ है। धन नष्ट भी हो जाये तो पुनः प्राप्त किया जा सकता है, किन्तु नष्ट किए समय को प्राप्त करना असंभव है। जो मनुष्य समय नष्ट करता है समय उसे नष्ट कर देता है।
(i) उपर्युक्त गद्यांश का सार्थक शीर्षक लिखिए।
(ii) जीवन में सफल होने के लिए क्या आवश्यक है
(iii) सबसे अधिक मूल्यवान क्या है
(iv) उपर्युक्त गद्यांश का सारांश लिखिए।
उत्तर-
(i) गद्यांश का शीर्षक – समय का सदुपयोग।
(ii) जीवन में सफल होने के लिए समय का सदुपयोग परम आवश्यक है।
(iii) सबसे अधिक मूल्यवान धन नहीं समय है।
(iv) सारांश-समय अमूल्यनिधि है। समय की तुलना धन से नहीं की जा सकती। नष्ट धन की तो दुबारा प्राप्त कर सकते हैं, समय को नहीं। अतः समय का सदुपयोग करना परमावश्यक हैं।

26. निम्नलिखित अपठित पद्यांश को पढ़कर प्रश्नों के उत्तर दीजिए: [2 + 1 + 2 = 5]
रवि जग में शोभा सरसाता,
सोम सुधा बरसाता,
सब हैं जग कर्म में कोई,
निष्क्रिय दृष्टि न आता,
है उद्देश्य नितान्त तुच्छ,
तृण के भी लघु जीवन का
उसी पूर्ति में वह करता है,
अंत कर्ममय तन का।
(i) उपर्युक्त पद्यांश का शीर्षक लिखिए।
(ii) तृण का जीवन कैसा है
(iii) उपर्युक्त पद्यांश का सारांश लिखिए।
उत्तर-
(i) पद्यांश का शीर्षक-कर्म की प्रधानता।
(ii) तृण का जीवन तुच्छ है।
(iii) सारांश-संसार में छोटा-बड़ा सभी प्राणी कर्मरत है। प्रकृति भी कर्मरत – है। कोई कहीं खाली नहीं बैठा। सब अपने कार्य का निर्वाह करते हैं, मरते दम तक।

27. थाना प्रभारी को पत्र लिखकर ध्वनि विस्तारक यंत्रों पर रोक लगाने का अनुरोध कीजिए।
उत्तर-
सेवा में,
थाना प्रभारी, सदर बाजार
जबलपुर (म.प्र.)
विषय-ध्वनि विस्तारक यंत्रों पर रोक लगाने हेतु प्रार्थना-पत्र।

महोदय,
निवेदन है कि मैं सदर बाजार जबलपुर का निवासी महेश चंद्र आपसे अनुरोध करता हूँ कि मैं आई.ए.एस. परीक्षा की तैयारी कर रहा हूँ, साथ ही अन्य छात्र भी अपनी-अपनी कक्षाओं की पढ़ाई में लगे हैं। ऐसे में आए दिन प्रचार-प्रसार की गाड़ियाँ, जगह-जगह पर होने वाले कार्यक्रमों में बजने वाले ध्वनि विस्तारक यंत्रों की तेज आवाज हमारी पढ़ाई में व्यवधान डालते हैं, अत: इन पर कुछ रोक लगाने की कृपा करें, ताकि हम अपनी पढ़ाई कर सकें। अति कृपा होगी।

भवदीय
महेश चंद्र
निवास-ए-120 सदर बाजार
जबलपुर (म.प्र.)

दिनांक: 02. 04. 20xx

अथवा

परीक्षा की तैयारी की सूचना हेतु मित्र को पत्र लिखिए।
उत्तर-
175, शिवाजी मार्ग
भोपाल (म.प्र.)
05. 06. 20xx
प्रिय मित्र अंकुर

सप्रेम नमस्कार!
आपका पत्र मुझे दिनांक 25. 05. 20xx को प्राप्त हुआ। पढ़कर मन प्रसन्न हुआ। मैं यहाँ सकुशल हूँ। आशा है आप भी ईश्वर की कृपा से प्रसन्न होंगे। मित्रवर! आजकल मैं अपनी परीक्षा की तैयारी में व्यस्त हूँ। मेरी सी.ए. की मकरंद हिंदी सामान्य परीक्षा जुलाई मास में होने वाली है। मैंने पाठ्यक्रम की सम्यक् तैयारी कर ली है। इस आधार पर मैं आपको विश्वास दिलाना चाहता हूँ कि मैं प्रथम श्रेणी में अच्छे अंक लेकर उत्तीर्ण होऊँगा। आशा है कि इससे आप भी प्रसन्न होंगे।
आपके माता-पिता को मेरा सादर प्रणाम।

आपका मित्र
सौरभ
वर्मा 28.

(अ) किसी एक विषय पर लगभग 200 से 250 शब्दों में निबन्ध लिखिए: [7 + 3 = 10]
(i) पर्यावरण संरक्षण : हमारा दायित्व
(ii) स्वच्छ भारत अभियान
(iii) स्वदेश प्रेम
(iv) स्वावलंबन
(v) राष्ट्र निर्माण में युवकों का योगदान
उत्तर-
इसी पुस्तक का निबंध वाला भाग देखें।
(ब) किसी एक विषय की रूपरेखा लिखिए :
(i) मेरे सपनों का भारत
(ii) राष्ट्रीय त्यौहार
(iii) जल ही जीवन है
(iv) महिला सशक्तिकरण
(v) विद्यार्थी और अनुशासन
उत्तर-
इसी पुस्तक का निबंध वाला भाग देखें।

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