MP Board Class 8th Social Science Solutions Chapter 22 विश्व के सम्मुख प्रमुख चुनौतियाँ
MP Board Class 8th Social Science Chapter 22 अभ्यास प्रश्न
प्रश्न 1.
निम्नलिखित प्रश्नों के सही विकल्प चुनकर लिखिए –
(1) भारतीय संसद पर आतंकवादी हमला कब हुआ था ?
(क) 10 दिसम्बर, 1999
(ख) 11 सितम्बर, 2001
(ग) 11 नवम्बर, 2002
(घ) 13 दिसम्बर, 2001
उत्तर:
(घ) 13 दिसम्बर, 2001
(2) अलकायदा क्या है ?
(क) एक राजनैतिक दल
(ख) एक आतंकवादी संगठन
(ग) एक पत्रिका
(घ) उपर्युक्त में से कोई नहीं।
उत्तर:
(ख) एक आतंकवादी संगठन।
MP Board Class 8th Social Science Chapter 22 अति लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 2.
(1) पर्यावरण किसे कहते हैं ?
उत्तर:
वह आवरण जो हमें चारों ओर से घेरे हुए है, पर्यावरण कहलाता है।
(2) आतंकवादी अपने उद्देश्य पूर्ति के लिए कौन-सा तरीका अपनाते हैं ?
उत्तर:
आतंकवादी अपने उद्देश्य पूर्ति के लिए जनता में असुरक्षा की भावना पैदा करने का तरीका अपनाते हैं।
MP Board Class 8th Social Science Chapter 22 लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 3.
(1) उदारीकरण का क्या अर्थ है ?
उत्तर:
उदारीकरण का अर्थ है औद्योगिक, सेवा क्षेत्र और व्यापार से सम्बन्धित नियमों और कानूनों के बन्धनों में ढील देना और विदेशी कम्पनियों को घरेलू क्षेत्र में व्यापारिक और उत्पादन इकाइयाँ लगाने हेतु प्रोत्साहित करना।
(2) ध्वनि प्रदूषण किस प्रकार होता है ?
उत्तर:
वातावरण में इस प्रकार की अवांछित ध्वनि जो मनुष्य के कानों को अप्रिय महसूस हो, के फैलने से ध्वनि प्रदूषण होता है, जिसके कारण मानसिक तनाव बढ़ता है, फलस्वरूप विभिन्न प्रकार के मनोरोग जन्म ले लेते हैं।
MP Board Class 8th Social Science Chapter 22 दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 4.
(1) जल को प्रदूषित करने वाले प्रमुख स्रोतों का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
जल को प्रदूषित करने वाले प्रमुख स्रोत इस प्रकार प्राकृतिक स्रोत-कुछ प्राकृतिक पदार्थ भी जल को प्रदूषित करते हैं। इनमें विभिन्न गैसें, मृदा, खनिज, वनस्पति, मृत जीव-जन्तु आदि हैं। मृदा अपरदन से भी जल प्रदूषित होता है। मानव स्त्रोत-वर्तमान समय में जल प्रदूषण का प्रमुख स्रोत मानवीय क्रियाकलाप ही हैं। नगरीकरण, कृषि, औद्योगिक, सामाजिक एवं धार्मिक गतिविधियों के कारण अनेक प्रकार के प्रदूषक जल को प्रदूषित करते हैं।
मानव द्वारा जल प्रदूषण के प्रमुख कारण निम्नांकित हैं –
- मल-घरेलू और सार्वजनिक शौचालयों से निकले मल-मूत्र को नदियों एवं जलाशयों में डाला जाता है।
- घरेलू अपमार्जक-घरों, होटलों में बर्तन, फर्श व कपड़ों की सफाई करने में साबुनों व अपमार्जकों का प्रयोग किया जाता है।
- औद्योगिक अपशिष्ट-विभिन्न उद्योग जल प्रदूषण के प्रमुख स्रोत हैं। उद्योगों से निकले जल में अनेक घातक रासायनिक पदार्थ मिले होते हैं। यह प्रदूषित जल सीधे नदी, तालाब आदि में प्रवाहित कर दिया जाता है।
(2) जल एवं वायु प्रदूषण को रोकने के उपाय बताइए।
उत्तर:
जल प्रदूषण को रोकने के उपाय –
- उद्योगों के गन्दे एवं अपशिष्टयुक्त जल को नदियों, सागरों, नहरों, झीलों आदि में सीधे न डाला जाय।
- शवों को जलाने के लिए विद्युत् शवदाह गृहों का निर्माण किया जाना चाहिए।
- मल विसर्जन से उत्पन्न होने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए सुलभ इण्टरनेशनल जैसी स्वयंसेवी संस्थाओं की मदद लेनी चाहिए।
वायु प्रदूषण रोकने के उपाय:
- उद्योगों में चिमनियाँ अत्यधिक ऊँची बनाई जाएँ तथा प्रदूषण नियन्त्रण बोर्ड से निरीक्षण कराया जाए।
- कच्चे कोयले व कच्ची लकड़ियों के जलाने पर प्रतिबन्ध लगाया जाय।
- खुले सीवेज आदि को बन्द किया जाये।
- जनमानस में जागरूकता लाई जाए तथा वनों को काटने से रोका जाए।
- प्रभावी कानून बनाया जाए।
(3) आतंकवादी समस्या पर लेख लिखिए।
उत्तर:
आतंकवाद, लोकतन्त्र और मानवता के विरुद्ध अपराध है। आतंकवादी, शान्ति व्यवस्था भंग करने एवं शासन को उखाड़ फेंकने के उद्देश्य से हिंसात्मक गतिविधियाँ करते हैं तथा चारों ओर रक्तपात, विनाश एवं अराजकता पैदा करते हैं। ये विमान अपहरण, आक्रमण, हत्याएँ, भयदोहन, डाँट-डपट आदि का सहारा लेते हैं। कई बार आतंकवादी धार्मिक उन्माद से ग्रस्त होकर निर्दोष लोगों की जान लेने का कार्य भी करते हैं।
अपनी गतिविधियों द्वारा आतंकवादी समाज और देश में अलगाव पैदा करते हैं। आतंकवादी एक व्यक्ति को मारकर दस लोगों को डराना चाहते हैं। यह मनोवैज्ञानिक युद्ध की एक तकनीक है। ये नेताओं, संस्थाओं, पुलिस, सैनिकों आदि पर हमला करते हैं, क्योंकि ये सब राज्य सत्ता के प्रतीक हैं। आतंकवादी जनता में असुरक्षा की भावना पैदा कर सरकार एवं व्यवस्था को बिखेरने का प्रयास करते हैं।
(4) वैश्वीकरण के प्रभावों का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
वैश्वीकरण से –
- पूँजी का प्रवाह बढ़ता है,
- अन्तर्राष्ट्रीय उत्पादन में वृद्धि होती है तथा
- अन्तर्राष्ट्रीय सहयोग और प्रतियोगिता का विकास होता है
वहीं निम्नलिखित प्रतिकूल प्रभाव भी देखे जाते हैं –
- घरेलू उद्योगों पर नकारात्मक प्रभाव – वैश्वीकरण के अन्तर्गत शक्तिशाली बहुराष्ट्रीय कम्पनियों के आगमन से कमजोर घरेलू उद्योग बहुराष्ट्रीय कम्पनियों के साथ प्रतिस्पर्धा न कर पाने के कारण धीरे-धीरे समाप्त हो रहे हैं।
- आय वितरण की विषमता – घरेलू उद्योगों की समाप्ति के कारण रोजगार के अवसरों में कमी आई है, जिससे आय वितरण की विषमता की खाई अधिक चौड़ी हो रही है।
- उपभोक्तावादी संस्कृति का प्रसार – बहुराष्ट्रीय कम्पनियों की आक्रामक प्रचार-प्रसार शैली ने देश में उपभोक्तावादी संस्कृति का प्रसार किया है।
- विलासितापूर्ण वस्तुओं की भरमार – वैश्वीकरण के परिणामस्वरूप आज देश में आम उपभोग की वस्तुओं की तुलना में विलासितापूर्ण वस्तुओं की भरमार हो गई है।