MP Board Class 7th Hindi Sugam Bharti Solutions Chapter 22 जीत
MP Board Class 7th Hindi Sugam Bharti Chapter 22 प्रश्न-अभ्यास
वस्तुनिष्ठ प्रश्न
प्रश्न 1.
(क) सही जोड़ी बनाइए
1. इलाज – (क) प्राचार्य
2. स्कूल – (ख) पुरस्कार
3. प्रतियोगिता – (ग) लिपि
4. ब्रेल – (घ) अस्पताल
उत्तर-
1. – (घ)
2. – (क)
3. – (ख)
4. – (ग)
प्रश्न (ख)
दिए गए शब्दों में से सही शब्द चुनकर रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए
1. उसके उठे हुए अंको को ………………………. वक एकदम सही समय बता देता है। (पढ़कर/छूकर)
2. कलकत्ते में ………………………. पूजा के दिनों में चहल-पहल रहती है। (दूर्गा/लक्ष्मी)
3. वह आंखों का काम अपने ………………………. से लेता है। (हांथों/पांवों)
4. इस साल शीला ………………………. की परीक्षा दे रही है। (सातवीं/आठवीं)
उत्तर-
1. छूकर,
2. दुर्गा,
3. हाथों,
4. सातवीं।
MP Board Class 7th Hindi Sugam Bharti Chapter 22 अति लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 2.
निम्नलिखित प्रश्नों के एक-एक वाक्य में उत्तर लिखिए
(क) सोमा के घर छुट्टियाँ बिताने कौन आया था?
उत्तर-
सोमा के घर छुट्टियाँ बिताने उसकी कलकत्ते वाली मौसी और उनकी लड़की मधु आई थी।
(ख) मधु और सोमा घूमने के लिए कहाँ गए थे?
उत्तर-
मधु और सोमा शीला के घर उससे मिलने गए।
(ग) दुर्घटना के बाद शीला ने किस स्कूल में दाखिला लिया?
उत्तर-
दुर्घटना के बाद शीला ने विकलांगों के स्कूल में दाखिला लिया।
(घ) नेत्रहीन छात्र किस लिपि द्वारा पढ़ते हैं?
उत्तर-
नेत्रहीन छात्र ब्रेन लिपि पढ़ते हैं।
(ङ) शीला ने किस प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार पाया?
उत्तर-
शीला ने चित्रकला प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पाया था।
MP Board Class 7th Hindi Sugam Bharti Chapter 22 लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 3.
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर तीन से पाँच वाक्य में लिखिए
(क) शीला खाली समय में क्या-क्या करती थी?
उत्तर-
कार्डस पर संदर-संदर पेंटिंग बनाती हैं और उन्हें दुकान पर बिकने के लिए दे आती है। हर महीने वह इससे इतना धन कमा लेती है कि उससे उसकी अपनी जरूरतें पूरी हो जाती हैं।
(ख) अनिल ने शीला को कैसे प्रभावित किया?
उत्तर-
शीला ने कहा- “मम्मी मेरे साथ एक लड़का पढ़ता है अनिल । वह देख नहीं सकता। वह आँखों का काम हाथों से लेता है। वह छू-छू कर ब्रेल लिपि से पढ़ता है। उसके पास एक घड़ी है। उसके उठे हुए अंकों को छूकर वह एकदम सही समय बता देता है। उसे देखकर मुझे लगा कि जब वह हाथों से आंखों का काम ले सकता है, तो फिर मैं अपने पैरों से हाथों का काम क्यों नहीं ले सकती?”
(ग) किस प्रकार शीला की हार जीत में बदल गई?
उत्तर-
पढ़ने के लिए उसे छात्रवृत्ति मिल रही है। अपने मम्मी-पापा के आगे हाथ नहीं पसारती। सच कहूँ तो विकलांगता ने उसे अभी से आत्मनिर्भर बना दिया है। उसकी हार भी जीत में बदल गई है।
(घ) मधु की नज़रों में शीला महान् कैसे बन गई?
उत्तर-
मधु ठगी-सी बैठी सुनती रह गई। उसे लगा अब से कुछ देर पहले जिस लड़की को देखकर उसके मन में उपेक्षा का भाव आया था, वह उससे, कहीं अधिक महान है। मधु की नज़रों में शीला ऊँची, बहुत ऊँची उठ गई थी।
(ङ) ‘भगवान जब किसी से कुछ छीनता है तो उसे कुछ देता भी है’ इस वाक्य का आशय उदाहरण सहित स्पष्ट कीजिए।
उत्तर-
चाची ने उसके आँसू पोंछे। फिर प्यार से समझाते हुए कहा-“देखो शीला, भगवान जब किसी से कुछ छीनता है तो उसे कुछ देता भी है। नहीं तो इंसान का जीना दूभर हो जाए। तुम भी धैर्य रखो। मैं तुम्हारा नाम विकलांग बच्चों के स्कूल में लिखवा देती हूँ। वहाँ । तुम अपनी पढ़ाई पूरी कर सकोगी। हिम्मत हारने से तो कुछ भी हाथ नहीं लगेगा बेटे।”
भाषा की बात
4. निम्नलिखित शब्दों को शुद्ध उच्चारण कीजिए
खिलौने, चूड़ियाँ, दुर्घटना, प्राचार्य, विकलांग
उत्तर-
छात्र स्वयं करें।
प्रश्न 5.
निम्नलिखित शब्दों की वर्तनी शुद्ध कीजिए-
उत्तर-
आश्र्चय – आशचर् – आश्चर्य
घड़ी – धड़ी – घडी
अपाइज – अपाहिज – अपाहीज
प्रश्न 6.
नीचे कुछ शब्द और उनके विलोम दिए गए हैं। उन्हें छाँटकर अलग कीजिए
ऊँचा, सहज, स्वर्थ, अप्रसन्न, नीचा, असहज, अस्वस्थ, अपेक्षा, उपेक्षा, प्रसन्न
उत्तर-
शब्द – विलोम
ऊंचा – नीचा
सहज – असहज
स्वस्थ – अस्वस्थ
प्रसन्न – अप्रसन्न
अपेक्षा – उपेक्षा
प्रश्न 7.
निम्नलिखित अंग्रेजी शब्दों के हिंदी अर्थ लिखिए
डॉक्टर, स्कूल, पेंटिंग, कोर्स, सीनरी,
उत्तर-
शब्द – हिंदी अर्थ
डॉक्टर – चिकित्सक
स्कूल – विद्यालय
पेंटिंग – तस्वीर (चित्रकला)
कोर्स – पाठ्यक्रम
सीनरी – दृश्य
प्रश्न 8.
नीचे दिए गए अनुच्छेद में क्रिया विशेषण शब्द छाँटकर उनके भेद लिखिए
शिवा उस पहाड़ी के नीचे रहता है। उसका कल जन्मदिन था। उसने सभी मित्रों को पार्टी में बुलाया था। एकाएक उसे याद आया कि उसने प्राची को तो बुलाया ही नहीं! हम सब जल्दी-जल्दी प्राची के घर गए। उसका घर पहाड़ी के ऊपर था। वह शाम को पार्टी में शामिल भी हो गई। सभी ने खूब खाया-पिया। मेरा पेट अक्सर खराब रहता है, इसलिए मैंने थोड़ा-सा खाया।
उत्तर-
क्रिया विशेषण – भेद
1. जल्दी-जल्दी, खाया-पिया एकाएक – रीति वाचक
2. थोड़ा-सा – परिमाण वाचक
जीत पाठ का परिचय
सोमा और शीला गहन मित्र है। वे एक दूसरे के बिना अच्छा महसूस नहीं करती। एक दिन सोमा ने घर पहुँचकर देखा कि उसकी कलकत्ते वाली मौसी और बहन मधु आई हैं तो उसकी खुशी का ठिकाना न रहा। मौसी द्वारा सारी चीजें-खिलौने, चौड़िया, माला और फ्राक उसने अलमारी में रख लिए। दो-तीन तक उसने मधु से खूब बातें कीं। जब मधु का घूमने का मन हुआ तो सोमा उसे अपनी मित्र शीला के यहाँ ले गई। मधु ने देखा कि शीला के दोनों हाथ नहीं हैं तो उसने सोमा से कहा कि वह कैसे शीला को अपना साथी बना कर रखती है। तब सोमा ने बताया कि तीन साल पहले शीला ऐसी नहीं थी, वह भी उनकी तरह स्वस्थ और पूर्ण थी। एक बस दुर्घटना में उसके दोनों हाथ जाते रहे। जैसे-तैसे उसके माता-पिता ने स्वयं को उसको संभाला और उसे अपाहिजों के विद्यालय में डाला। अब वह न केवल पढ़ती है बल्कि सुंदर-सुंदर पेंटिग्स बनाती है। सुनकर मधु स्वयं को छोटा समझने लगी। मधु की नज़रों में शीला ऊँची, बहुत ऊँची उठ गई थी।
जीत संदर्भ-प्रसंग सहित व्याख्या
1. उस दिन सोमा ………………………… ताज्जुब करोगी। (पृ. 125)
शब्दार्थ-प्रसन्न = खुश, ताज्जुब = आश्चर्य।
संदर्भ-प्रस्तुत पंक्तियाँ हमारी पाठ्य-पुस्तक ‘सुगम भारती’ (हिंदी सामान्य) भाग-7 के पाठ-22 ‘जीत’ से ली गई है। इसके रचयिता शकुन्तला वर्मा हैं।
प्रसंग-इसमें सोमा मधु को लेकर शीला के पास जाती है।
व्याख्या-स्कूल से सोमा जैसे ही घर पहुंची तो उसका खुशी के मारे ठिकाना न रहा। उसकी कलकत्ते वाली मौसी और बहन मधु आई हुई हैं। मौसी सोमा के लिए खिलौने, चूड़ियाँ, माला और फाक लाई हैं। सोमा ने सारा सामान अपने पास रख लिया। वह सोचने लगी कि अब छुट्टियाँ आराम से बीतेंगी। सोमा और मधु तीन-चार साल बाद मिली थीं। दो-तीन दिन कैसे बीते, पता ही नहीं चला। मधु अब बोर हो चुकी, उसने सोमा से घूमने के लिए कहा। सोमा ने मधु से शीला के पास चलने के लिए कहा। सोमा ने बताया कि शीला बहुत सुंदर पेंटिग बनाती है।
विशेष-
- भाषा प्रवाहमय है।
- मधुर की उत्सुकता को दिखाया गया है।
2. आहट पाकर शीला ………………………… चौपट हो जाएगी। (पृ. 126)
शब्दार्थ-अचकचाना = हैरान होना, झट = तुरंत, चौपट = बर्बाद
संदर्भ-प्रस्तुत पंक्तियाँ हमारी पाठ्य-पुस्तक ‘सुगम भारती’ (हिंदी सामान्य) भाग-7 के पाठ-22 ‘जीत’ से ली गई हैं। इसके रचयिता शकुन्तला वर्मा हैं।
प्रसंग-सोमा ने मधु को शीला से मिलाया।
व्याख्या-शीला ने देखा कि सोमा किसी लड़की को लेकर आई है। वह थोड़ा हिचकिचा गई तथा अपना पेंटिग ब्रश रख दिया। उसने दोनों को बैठने के लिए कहा सोमा ने बताया यह मधु है कलकत्ते वाली बहन। शीला ने मधु से कहा-आपको बड़ा अजीब लग रहा होगा क्योंकि मेरे दोनों हाथ नहीं हैं। मधु नहीं कहते हुए बैठ गई। किंतु वास्तव में वह शीला को देखकर थोड़ा असहज थी। वह उठ खड़ी हुई। रात को मधु ने सोमा से कहा कि यह तुम्हारी कैसी दोस्ती है। न खेलना, न कूदना। बस सारे समय बातें। इस तरह तो तुम्हारी जिंदगी भी चौपट हो जाएगी।
विशेष-
- भाषा प्रवाहमय है।
- मधु ने सोमा से शीला के संदर्भ में बात की।