MP Board Class 7th Hindi Sugam Bharti Solutions Chapter 23 मुस्कानः एक औषधि
MP Board Class 7th Hindi Sugam Bharti Chapter 23 प्रश्न-अभ्यास
वस्तुनिष्ठ प्रश्न
प्रश्न 1.
(क) सही जोड़ी बनाइए
1. व्यक्तित्व – (क) आंतरिक
2. बाह्य – (ख) आकर्षक
3. शूल – (ग) बगीचा
4. बाग – (घ) फूल
उत्तर-
1. (ख)
2. (क)
3. (घ)
4. (ग)
प्रश्न (ख)
दिए गए शब्दों में से सही शब्द चुनकर रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए
1. मुस्कराने व हँसने का………..में बहुत अधिक महत्त्व है। (जीवन/प्राण)
2. साइकिल चलाना या तैरना…………जाता है। (पढ़ा/सीखा)
3. हँसने वाला व्यक्ति शारीरिक और…..दृष्टि से स्वस्थ होता है। (मानसिक/आर्थिक)
4. हँसना केवल मनुष्य को ही दिया हुआ ईश्वर का ………….. है। (अभिशाप/वरदान)
उत्तर-
1. जीवन,
2. सीखा,
3. मानसिक
4. वरदान।
MP Board Class 7th Hindi Sugam Bharti Chapter 23 अति लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 2.
निम्नलिखित प्रश्नों के एक-एक वाक्य में उत्तर लिखिए
(क) व्यक्तित्व में चमक कैसे आती है?
उत्तर-
मुस्कान से व्यक्तित्व में चमक आती है।
(ख) हँसमुख व्यक्ति कैसा होता है?
उत्तर-
हँसमुख चेहरे वाले व्यक्ति का असर अनूठा होता है।
(ग) हरबर्ट सैम्युअल का क्या कथन है?
उत्तर-
हरबर्ट सैम्युअल का कहना है-‘यह दुनिया दर्पण की तरह है, आप गुस्सा करेंगे, तो यह आप हर गुस्सा करेगी। आप इस पर मुस्कराएँगे, तो वह आप पर मुस्कराएगी।
(घ) लेखक ने कला की संज्ञा किसको दी है?
उत्तर-
हल्की-फुल्की बातों से मुस्कराहट के साथ दूसरों के मन में खुशी पैदा करना भी एक कला है।
MP Board Class 7th Hindi Sugam Bharti Chapter 23 लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 3.
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर तीन से पाँच वाक्य में लिखिए
(क) मुस्कान को किस प्रकार का हथियार बताया गया है?
उत्तर-
मुस्कान एक ऐसा हथियार है जिसका निशाना खाली नहीं जाता। यह सदा सुखद होता है। मुस्कान के साथ आपकी दुनिया सदा रोशन रहती है।
(ख) हँसी का औषधि क्यों कहा गया है?
उत्तर-
जब तक आप अंदर से खुशी महसूस नहीं करते तब तक बाहरी हँसी हँसना मुश्किल होता है। कहा जाता है कि हंसी एक औषधि है। हँसने से दुख-दर्द दूर हो जाते हैं।
(ग) बच्चों की हँसी किस प्रकार की होती है?
उत्तर-
बच्चों की हँसी निश्छल एवं खिली धूप सी सुहावनी होती है। उनकी किलकारी घर के वातावरण को महका देती है। उनकी हंसी में निर्मलता होती है। मन-मोहक हँसी से खिलखिलाते बच्चों का मुख कितना सुंदर लगता है। बच्चे की हँसी का बहुत असर होता है।
(घ) मोनालिसा की खुशी का राज़ क्या था? वैज्ञानिकों ने इस विषय में क्या तर्क दिए हैं?
उत्तर-
मोनालिसा की खुशी का राज उसकी मुस्कान में था। वैज्ञानिकों की खोज के अनुसार उसकी हँसी 83 प्रतिशत, 9 प्रतिशत दुख और 6 प्रतिशत हिस्सा भय का था। उसमें 2 प्रतिशत आशंका भी थी।
(ङ) हँसी को दौलत और खज़ाने की संज्ञा क्यों दी गई है?
उत्तर-
हँसी एक दौलत है, हँसी एक खजाना है। जिसके पास यह खजाना होता है, उसके पास किसी बात की कमी नहीं होती है। हँसना ही जीतना है। घृणा, द्वेष, वैमनस्य और शत्रुता पर हास्य और प्रेम की विजय होती है। अतः बाग बगीचों में ठहाका लगाकर हँसो और जब भी अवसर मिले जी भरकर हँसते रहो।
भाषा की बात
प्रश्न 4.
निम्नलिखित शब्दों को शुद्ध उच्चारण कीजिए
हँसी, व्यक्तित्व, बाह्य, औषधि, प्रकृति, नैसर्गिक, संस्कृति
उत्तर-
छात्र स्वयं करें।
प्रश्न 5.
निम्नलिखित शब्दों की वर्तनी शुद्ध कीजिए- आकरषण, हसमुख, परिस्थति, स्वास्थ्य, बैमनस्य, दोलत।
उत्तर-
शब्द शुद्ध वर्तनी शब्द. शुद्ध वर्तनी आकरषण – आकर्षण हसमुख – हँसमुख परिस्थती – परिस्थति स्वास्थ्य – स्वास्थ्य सम्पत्ति – संपत्ति दोलत – दौलत
प्रश्न 6.
निम्नलिखित शब्दों में से उपसर्ग और प्रत्यय छाँटिए
मुस्कराहट, आंतरिक, सुखद, शारीरिक, मानसिक, अक्षय, अनुसार, कोमलता, निर्मला, अतिरिक्त, लोकप्रियता
उत्तर-
उपसर्ग प्रत्यय उपसर्ग प्रत्यय आंतरिक मुस्करा हटसुखद शारीरिक अक्षय मानसिक अनुसार कोमलता संस्थान निर्मलता अतिरिक्त लोकप्रियता
प्रश्न 7.
निम्नलिखित शब्दों को वाक्यों में प्रयोग कीजिए-
व्यक्तित्व, परिधान, औषधि, शूल, फूल, वरदान, नैसर्गिक, निश्छल
उत्तर-
शब्द – वाक्य
व्यक्तित्व -हँसमुख, व्यक्तित्व, जीवन के तनावों से कभी नहीं घबराता।
परिधान -हँसमुख चेहरे और अच्छे परिधान से व्यक्तित्व में आकर्षण उत्पन्न होता है।
औषधि -आयुर्वेदिक औषधि मेरे लिए रामबाण सिद्ध हुई।
शूल -जिंदगी एक शूल भी है।
फूल -बिना फूलों के बाग की कल्पना नहीं की जा सकती।
वरदान -विज्ञान की देन मनुष्य के लिए वरदान से कम नहीं।
नैसर्गिक – नैसर्गिक हंसी स्वास्थ के लिए लाभदायक होती है।
निश्छल – बच्चों की किलकारी में निश्छलता होती है।
प्रश्न 8.
निम्नलिखित में उपयुक्त विराम चिह्नों का यथास्थान प्रयोग कीजिए-
डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद भारत के प्रथम राष्ट्रपति थे पंडित जवाहर लाल नेहरू स्वतंत्र भारत के प्रथम प्रधान मंथी थे जो महान होते हैं वे अपने माता पिता का सदैव सम्मान करते हैं उनमें राष्ट्रभक्ति की भावना कूट कूट कर भरी रहती है।
उत्तर-
डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद भारत के प्रथम राष्ट्रपति थे। पंडित जवाहर लाल नेहरू स्वंतत्र भारत के प्रथम प्रधान मंत्री थे। जो महान होते हैं वे अपने माता पिता का सदैव सम्मान करते हैं। उनमें राष्ट्रभक्ति की भावना कूट कूट कर भरी रहती है।
मुस्कानः एक औषधि पाठ का परिचय
मुस्कान से व्यक्ति किसी को भी आकर्षित कर सकता है। मुस्कराने से व्यक्ति में चमक आती है। इससे आत्म-विश्वास बढ़ता है। बाहरी सुंदरता के साथ आंतरिक सुंदरता पर भी ध्यान देना चाहिए। मुस्कान से दुनिया हमेशा रोशन रहती है। आपके व्यक्तित्व में सुंदर कपड़ों से अधिक महत्त्व मुस्कान का होता है। यदि आप हँसते हुए उत्तर देते हैं तो उसका प्रभाव अधिक पड़ता है। हँसमुख व्यक्ति के सबसे रिश्ते अच्छे होते हैं। मुस्कराना भी सीखा जा सकता है। जब तक आप अंदर से खुशी अनुभव नहीं करते तब तक बाहरी हँसी हँसना मुश्किल होता है। हँसी एक औषधि है। कुछ लो गंभीर रहते हैं। ऐसे लोग ढलती उम्र के लगने लगते है। हँसने वाला व्यक्ति शरीरिक और मानसिक दृष्टि से स्वस्थ होता है। हँसने से खून की गति बढ़ जाती है। पशु-पक्षियों को हँसने का वरदान प्राप्त नहीं होता और इंसान इसका लाभ नहीं उठाता। हरबर्ट सैम्युअल के अनुसार-दुनिया दर्पण की तरह है, आप हँसेगे तो दुनिया आपके साथ हँसेगी । हँसकर बाल टालना भी एक कला है। घृणा, द्वेष, वैमनस्य और शत्रुता पर हास्य और प्रेम की विजय होती है।
मुस्कानः एक औषधि संदर्भ-प्रसंग सहित व्याख्या
1. आप अच्छे से अच्छे ……………………….. दिन होता है। (पृ. 132-133)
शब्दार्थ-रौनक = चमक, आभा = तेज, असर = प्रभाव, उल्लासमय = खुशीभरा, कृत्रिम = नकली, स्फूर्त = चुस्त,
संदर्भ-प्रस्तुत पंक्तियाँ हमारी पाठ्य-पुस्तक ‘सुगम भारती’ (हिंदी सामान्य) भाग-7 के पाठ-23 ‘मुस्कान एक औषधि’ से ली गई हैं। इसके रचयिता डॉ. भीमराव शास्त्री हैं।
प्रसंग-इसमें गंभीर व्यक्तियों के बारे में बताया गया है। . व्याख्या-लेखक के अनुसार यदि हम अच्छे और मंहगें कपड़े पहन लें और मुस्कराए नहीं तो जीवन नीरस हो जाता है इसलिए हमें हँसते रहना चाहिए। हंसमुख व्यक्ति के अपने घर-परिवार के समाज के लोगों के साथ आपनी संबंध अच्छे होते हैं। जिस तरह बाकि कलाएँ सीखीं जा सकती हैं उसी तरह हँसना भी सीखा जा सकता है। यह देह एक रत्न है, उसे हँस-मुस्कराकर चमकाकर रखें। जो गंभीर रहते हैं इनका चेहरा कृत्रिम-सा लगता है। इससे व्यक्ति बूढ़ा लगने लगता है। हँसने वाला व्यक्ति शारीरिक और मानसिक दृष्टि से स्वस्थ होता है।
विशेष-
- भाषा सरल एवं प्रवाहमय है।
- हंसी के महत्त्व को दर्शाया गया है।
2. जीवन में हँसी ………………………..कर हँसते रहों। (पृ. 134)
शब्दार्थ-परिवेश = माहौल, आशंका = संदेह, सहजता = आसानी।
संदर्भ-पूर्ववत प्रसंग : इसमें हँसी का महत्त्व बताया गया है।
व्याख्या: हँसी जैसी संपत्ति, हँसी जैसी दौलत जिसके पास है, उसके पास किसी बात की कटौती नहीं होती है। मुस्कराने से आत्मविश्वास बढ़ता है। हँसने से व्यक्तित्व की सुंदरता बढ़ जाती है। हँसने से उदासी कौसों दूर चली जाती है। वैज्ञानिकों के अनुसार उसकी हंसी में 83 प्रतिशत खुशी, 9 प्रतिशत दुख और 6 प्रतिशत हिस्सा भय का था। उसमें 2 प्रतिशत आशंका भी थी। हँसी से सारे दिन का बोझ हल्का लगने लगता है। इससे उदासी का साया हट जाता है और कार्य में आसानी उत्पन्न हो जाती है। ठहाका लगाने से तनाव दूर हो जाते हैं। मुस्कराने से घृणा, द्वेष, वैमस्य और शत्रुता पर हास्य और प्रेम की विजय होती है।
विशेष-
- भाषा सरल एवं प्रवाहमय है।
- हंसी के महत्त्व को दर्शाया गया है।