In this article, we will share MP Board Class 6th Hindi Solutions Chapter 11 नई सुबह Pdf, These solutions are solved subject experts from the latest edition books.
MP Board Class 6th Hindi Sugam Bharti Solutions Chapter 11 नई सुबह
MP Board Class 6th Hindi Sugam Bharti Chapter 11 प्रश्न-अभ्यास
वस्तुनिष्ठ प्रश्न
प्रश्न 1. (क) सही जोड़ी बनाइए
1. सगे – (क) संवरी
2. सजी – (ख) प्रार्थी
3. क्षमा – (ग) अप्रत्यक्ष
4. प्रत्यक्ष – (घ) संबंधी
उत्तर
1. (घ), 2. (क), 3. (ख), 4. (ग)
प्रश्न (ख)
कोष्टक में दिए गए विकल्पों में से उपयुक्त विकल्प चुनकर वाक्य को पूरा कीजिए
1. जो कुछ है हमारा…….तो गीता ही है। (मन/धन)
2. …….. हैं, थोड़ा बहुत तो तंग करते हैं। (घराती/बाराती)
3. थोड़ी देर पहले जो रौनक थी वह……..हो गई। (समाप्त/आरंभ)
4. सब तरफ……..हुई सो अलग। (प्रशंसा/बदनामी)
उत्तर
1. धन
2. बराती
3. समाप्त
4.बदनामी।
MP Board Class 6th Hindi Sugam Bharti Chapter 11 अति लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 2.
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक-एक वाक्य में दीजिए
(क) गीता क्यों अनमनी थी?
उत्तर
गीता अनमनी इसलिए थी क्योंकि उसे स्पष्ट नजर आ रहा था कि उसकी शादी जिस घर में हो रही थी, उस घर के लोग, दहेज के लालची थे।
(ख) महिलाएँ गीता के भाग्य को क्यों सराह रही थीं?
उत्तर
महिलाएँ गीता के भाग्य को इसलिए सराह रहीं थीं क्योंकि गीता की शादी इंजीनियर लड़के से हो रही थी।
(ग) शंभुपुरा वालों का रिश्ता किस कारण ठुकराया गया था?
उत्तर
शंभुपुरा वालों का रिश्ता इसलिए ठुकराया गया क्योंकि वे लोग गरीब थे।
(घ) ‘हम दहेज के खिलाफ हैं।’ यह किसने कहा?
उत्तर
‘हम दहेज के खिलाफ हैं’-ऐसा लड़के के पिता ने कहा।
(ङ) रघुनाथ जी का स्वभाव कैसा था?
उत्तर
रघुनाथ जी मिलनसार और मानवतावादी थे।
MP Board Class 6th Hindi Sugam Bharti Chapter 11 लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 3.
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर तीन-से-पाँच वाक्यों में दीजिए
(क) गीता के घर शादी के दिन कैसा वातावरण था?
उत्तर
गीता के घर शादी के दिन आनंद एवं खुशी का वातावरण था।
(ख) गीता को किनकी बातों में छलावा नजर आ रहा था, वह छलावा क्या था?
उत्तर
गीता को इंजीनियर लड़के के पिता की बातों में छलावा नजर आ रहा था। यह छलावा उनके दहेज के प्रति लालच का था जो वे स्पष्ट नहीं कर पा रहे थे।
(ग) “अगर आप बुरा न माने” कहकर गीता ने पिताजी से कौन-सी बात कही?
उत्तर
गीता ने पिताजी से शंभुपरा के रघुनाथ जी के घर फिर से जाकर शादी का प्रस्ताव करने को कहा।
(घ) शंभुपरा पहुँचकर गीता के चाचा ने रघुनाथ जी को कौन-सी घटना बताई?
उत्तर
गीता के चाचा ने रघुनाथ जी से दहेज के लोभी | परिवार वालों के आचरण की घटना बताई।
(ङ) “अपमान का दहेज” लेकर कौन लौटा तवा क्यों?
उत्तर
इंजीनियर के पिता और उसके परिवार के लोग अपमान का दहेज लेकर लौटे क्योंकि उन्हें अपने नीच,कार्य कर पुरस्कार मिल चुका था।
भाषा की बात
प्रश्न 4.
निम्नलिखित शब्दों का शुद्ध उच्चारण कीजिए दहेज, इंजीनियर, सुसंस्कारी, सन्नाटा
उत्तर
छात्र स्वयं करें।
प्रश्न 5.
शुद्ध वर्तनी पर सही का (✓)का निशान लगाइए
रिस्ता/रीश्ता/रिश्ता
व्यसत/व्यस्त/वयस्त
बिलकुल/बिलकूल /विलकुल
सनाटा/संनाटा/सन्नाटा
सहर्ष/सर्हष/सहर्से
उत्तर
रिश्ता, व्यस्त, बिलकुल, सन्नाटा, सहर्ष
प्रश्न 6.
निम्नलिखित शब्दों के ‘विलोम’ शब्द लिखिए
मंगल, मान, दण्ड, बेचैन, प्रसन्न
उत्तर
अमंगल, अपमान, पुरस्कार, चैन, दुखी, अप्रसन्न
नई सुबह प्रसंग सहित व्याख्या
1. गीता ने विवशता से कहा, “माँ, सब साधनों से सुख नहीं मिलता। लोग अच्छे होने चाहिए। आपने शंभुपरा वालों का रिश्ता उनकी गरीबी के कारण ठुकराया, पर मुझे लगता है कि वे लोग अच्छे हैं।
शब्दार्थ-विवशता = मजबूरी। रिश्ता=संबंध ठुकराना= इंकार करना।
प्रसंग-प्रस्तुत पंक्तियाँ हमारी पाठ्य पुस्तक सुगम भारती-6 में संकलित कहानी ‘नई सुबह से ली गई हैं। इसमें दहेज जैसी समस्या को उठाया गया है।।
व्याख्या-रामनाथ जी अपनी बेटी गीता की शादी इंजीनियर लडका से तय कर दी है। परिवार में सभी खश हैं। एक तो लड़का इंजीनियर और ऊपर से बिल्कुल राजकुमार जैसा। आखिर लोग खुश क्यों न हों। लेकिन लड़का का पिता लालची निकला। उसे अपने इंजीनियर बेटे पर घमंड है। उसे अच्छा-खासा दहेज चाहिए। रामनाथ जी के लिए दहेज जुटाना मुश्किल है। गीता को लालची लोग बिल्कुल पसंद नहीं। वह माँ से इस बारे में बात करती है।
लेकिन माँ उसकी बात नहीं सुनती है। माँ की नजरों में हर बेटा वाला थोड़ा नाज-नखरा दिखाता है। वह गीता को समझाती है कि वह बहुत किस्मत वाली है जो उसे इतना अच्छा घर-बर मिल रहा है। सुख के सभी साधन । लंडका वालों के यहाँ है। गीता वास्तविकता में जीती है। वह कहती है कि सुश-शांति से जीवन जीने के लिए अच्छे लोगों की जरूरत है न कि धन-दौलत और सब तरह के साधनों की। वह बाप से विनती करती है कि वे उसका रिश्ता इन लालची लोगों के यहाँ न कर शंभुपुरा बालों से करें। वे गरीब जरूर हैं लेकिन सही मायने में मानव हैं। इस प्रकार इन पंक्तियों में यह बताया गया है कि सुख-शांति के लिए व्यक्ति का भला होना आवश्यक है। लालची व्यक्ति कभी किसी चीज का सुख नहीं दे सकता।
2. रघुनाथ जी बहुत ही मिलनसार मानवतावादी थे। वे गीता जैसी सुशील, सुंदर बहू पाने की सोचकर बहुत खुश हुए। उन्होंने सहर्ष यह, रिश्ता स्वीकार कर लिया
और अपने कुछ सगे-संबंधियों को लेकर लग्न मंडप में पहुँच गए।
शब्दार्थ-मानवतावादी मनुष्यों के प्रति सहानुभूति रखने वाला रिश्ता-संबंध। सहर्ष तत्क्षण।
प्रसंग-पूर्ववत्
व्याख्या-रामनाथ जी ने अपनी बेटी गीता की शादी इंजीनियर लड़का से तय किया है। लड़के का पिता दहेज का लालची है। उसे अच्छा-खासा दहेज चाहिए। रामनाथजी के लिए यह काम बिल्कुल असंभव-सा प्रतीत होता है। गीता भी नहीं चाहती कि लालची लोगों के घर में उसकी शादी हो। आखिरकार बारातियों के नाज-नखरे उठाते-उठाते सभी परेशान हो गए। गीता यह सब देखदेखकर अलग दुखी हो रही थी। अंत में उसे मुंह खोलना ही पड़ा। उसने पिताजी से शंभुपुरा वालों के घर जाने का अनुरोध किया। यहीं पर गीता की शादी की बात पहले-पहल चली थी।
लेकिन गीता के घर वालों ने गीता की शादी यहाँ करने से इसलिए इंकार कर दिया क्योंकि यह लोग गरीब थे। रामनाथ ने गीता की बात चुपचाप मान ली। वे तुरंत शंभुपुरा पहुँच गए और रघुनाथ जी से गीता को बहू बना लेने का अनुरोध किया । रघुनाथ ने रामनाथजी का अनुरोध तुरंत स्वीकार कर लिया। वे तत्क्षण अपने सगे-संबंधियों को लेकर लग्न मंडप में पहुँच गए और गीता को अपनी बहू बना लिया।