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MP Board Class 7th Hindi Bhasha Bharti Solutions Chapter 15 छोटा जादूगर
MP Board Class 7th Hindi Bhasha Bharti Chapter 15 पाठ का अभ्यास
बोध प्रश्न
प्रश्न 1.
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लिखिए
(क) छोटे जादूगर से लेखक की पहली मुलाकात कहाँ
उत्तर
छोटे जादूगर से लेखक की पहली मुलाकात कार्निवाल के मैदान में हुई।
(ख) लेखक ने छोटे जादूगर से पहली बार मिलने पर क्या पूछा?
उत्तर
लेखक ने छोटे जादूगर से पहली बार मिलने पर पूछा कि उस पर्दे में क्या है?
(ग) छोटे जादूगर का खेल उस दिन क्यों नहीं जमा ?
उत्तर
छोटे जादूगर का खेल उस दिन इसलिए नहीं जमा क्योंकि उसे अपनी बीमार माँ की बीमारी की दशा सताये जा रही थी। साथ ही उसे माँ के कहे शब्द बार-बार उसके मस्तिष्क में काँध रहे थे कि वह उस दिन जल्दी लौटकर आ जाए, क्योंकि उनकी घड़ी समीप ही थी।
(घ) बालक का नाम छोटा जादूगर क्यों पड़ा?
उत्तर
बालक की उम्र तेरह-चौदह वर्ष की रही होगी। वह अपनी जीविका के लिए ताश, गुड़िया, बन्दर आदि के खेल दिखाता था। इन खेलों से लोगों का मनोरंजन करता था। इसलिए उसका नाम छोटा जादूगर पड़ गया।
(ङ) छोटे जादूगर के किन-किन गुणों ने तुम्हें प्रभावित किया ?
उत्तर
छोटा जादूगर दुःख और पीड़ा की अवस्था में धीरज धरे हुआ था। वह अपनी माँ की बीमारी की दवाई के लिए खेल दिखाता है। वह किसी के सामने भीख के लिए हाथ नहीं बढ़ाता है। उसे परिश्रम करने में विश्वास है। वह बोलचाल में चतुर है, साहसी है। वह अभिवादनशील है।
प्रश्न 2. रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए
(क) …………के मैदान में बिजली जगमगा रही थी।
(ख) मैं सच कहता हूँ बाबूजी ………… बीमार हैं।
(ग) ………… कहिए यह मेरा नाम है।
(घ) माँ ने कहा था कि आज चले आना मेरी घड़ी …………. है।
उत्तर
(क) कार्निवाल
(ख) माँ
(ग) छोटा जादूगर
(घ) तुरन्त, समीप।
भाषा अध्ययन
प्रश्न 1.
निम्नलिखित शब्दों का शुद्ध उच्चारण करते हुए वाक्यों में प्रयोग कर लिखिए
प्रगल्भता, तथ्य, उद्यान, स्वार्थी, इया, धैर्य।
उत्तर
- बालकों में प्रगल्भता का गुण शिक्षा से विकसित होता
- उसके तर्क तथ्यपूर्ण थे।
- देशी दवाओं की प्रदर्शनी शहर के प्रसिद्ध पालिका उद्यान में लगाई गई है।
- कुछ स्वार्थी लोग शहर के शान्त वातावरण को बिगाड़
- ईर्ष्या से मनुष्य की विचार-शक्ति दूषित हो जाती है।
- विपत्ति में धैर्य से कार्य लेना चाहिए।
प्रश्न 2.
निम्नलिखित तालिका के ‘क’ खण्ड में मुहावरे और ‘ख’ खण्ड में अर्थ दिए हैं। ‘ग’ खण्ड में मुहावरों के सामने सही अर्थ लिखिए।
उत्तर
1.→ (य), 2. → (द), 3. + (अ), 4.→ (स), 5.+ (ब)।
प्रश्न 3.
संवादपूर्ण उतार चढ़ाव (अनुतान) वाले पाँच वाक्य लिखिए और उन्हें बोलकर प्रभाव पैदा करने का प्रयास करिए, अर्थ पर भी ध्यान दीजिए।
उत्तर
“माता जी विदेश गई हैं।” “क्यों?
“अपनी पढ़ाई के लिए” सगर्व बोला
“और तुम्हारी छोटी बहन” ?
“वह यहाँ पढ़ती है।”
“और तुम यहाँ क्या कर रहे हो ?”
प्रश्न 4.
पाठ में से विशेषण विशेष्य छाँटकर तालिका बनाइए
उत्तर
पक्का निशानेबाज, लाल कमलिनी, छोटी झील, छोटा जादूगर, समग्र संसार।
उपर्युक्त में रेखांकित शब्द विशेषण हैं और शेष विशेष्य।
प्रश्न 5.
नीचे लिखे शब्दों में अनुस्वार के स्थान पर पंचम वर्ण का प्रयोग कीजिए
क-वर्ग-कंगन, अंक, शंख, गंगा।
च-वर्ग-पंच, गुंजन, खंजन, रंजन।
ट-वर्ग-पंडा, पंडित, घंटा, ठंडा।
त-वर्ग-पंत, चंदन, धंधा, कंधा।
प-वर्ग-पंप, कंप, मंदिर, दंभ।
उत्तर
क-वर्ग-कङ्गन, अङ्क, शङ्ख, गंगा।
च-वर्ग-पञ्च, गुञ्जन, खञ्जन, रजन।
ट-वर्ग-पण्डा, पण्डित, घण्टा, ठण्डा।
त-वर्ग-पन्त, चन्दन, धन्धा, कन्धा।
प-वर्ग-पम्प, कम्प, मन्दिर, दम्भ।
छोटा जादूगर परीक्षोपयोगी गद्यांशों की व्याख्या
1. कार्निवाल के मैदान में बिजली जगमगा रही थी। मैं खड़ा था फव्वारे के पास, जहाँ एक लड़का चुपचाप शरबत पीने वालों को देख रहा था। उसके गले में फटे करते के ऊपर से एक मोटी-सी सूत की रस्सी पड़ी थी और जेब में कुछ ताश के पत्ते थे। उसके मुख पर गम्भीर विषाद के साथ धैर्य की रेखाएँ थीं। मैं उसकी ओर न जाने क्यों आकर्षित हुआ।
सन्दर्भ-प्रस्तुत गद्यांश ‘खेटा जादूगर’ नामक कहानी से लिया गया है। इसके लेखक जयशंकर प्रसाद हैं।
प्रसंग-छोटा जादूगर का वर्णन कहानीकार ने वास्तविक – रूप में प्रस्तुत किया है।
व्याख्या-लेखक कहता है कि कलकत्ता के कार्निवाल नामक मैदान में बिजली का उजाला चारों ओर फैला हुआ था। चारों ओर बिजली की चकाचौंध थी। लेखक भी स्वयं वहाँ फब्बारे के पास खड़ा हुआ था। यहीं पर पास में ही एक चौदह-पन्द्रह वर्षका लड़का भा खड़ा था जो चुपचाप उन लागा को देख रहा था जो शरबत पी रहे थे। वह लड़का एक कुरता पहने हुए था। यह कुरता फटा हुआ था। उसने अपनी गरदन में कुरते के ऊपर सूत की एक मोटी रस्सी डाली हुई थी। उसकी जेब में कुछ ताश के पत्ते थे। उसके चेहरे से पता चलता था कि वह बहुत अधिक दु:खी है, परन्तु वह धैर्यवान था। लेखक स्वयं । नहीं जान पा रहा है कि वह उस लड़के की और क्यों आकर्षित हो गया है।
2. कलकत्ता के सुरम्य बॉटेनिकल उद्यान में लाल कमलिनी से भरी हुई एक छोटी झील के किनारे घने वृक्षों की छाया में अपनी मण्डली के साथ बैठा हुआ मैं जलपान कर रहा था। इतने में वही छोटा जादूगर दिखाई पड़ा।
सन्दर्भ-पूर्व की तरह।
प्रसंग-सुन्दर बॉटनिकल उद्यान में छोटे जादूगर से लेखक । की मुलाकात का वर्णन किया गया है।
व्याख्या-कलकत्ता में बॉटनिकल उद्यान है। वह अति – रमणीक है, सुन्दर है। उस उद्यान में (बगीचे में) एक छोटी-सी झील है। वह पानी से भरी हुई है। उसमें कमलिनी की लताएँ हैं। वह लाल कमलिनी है। इसी झील के किनारे अनेक घने छायादार पेड़-पौधे खड़े हैं। उन पेड़ों की छाया में लेखक भी अपने मित्रों के साथ बैठा हुआ था। वे सभी जलपान (नाश्ता) कर रहे थे। तभी वहाँ वही लड़का जो चौदह-पन्द्रह वर्ष का था, दिखाई दिया। लेखक उसे छोटा जादूगर के नाम से पुकारता है।
छोटा जादूगर शब्दकोश
विषाद = कष्ट, पीड़ा; तमाशा = खेल (मनोरंजन के लिए), दृश्य; जलपान = नाश्ता, कलेवा; अविचल = अचल, स्थिर; धैर्य-आश्चर्यचकित, संज्ञाहीन; तिरस्कार = अपमान; उद्यान = बगीचा, उपवन; स्तब्ध = संज्ञाहीन, आश्चर्यचकित; प्रगल्भता = चतुराई से साहसपूर्वक बोलना; पथ्य = रोगी को दिए जाने वाला भोजन; वाचालता = अधिक बोलना; उज्ज्वल = चमकीला, कान्तिवान; गर्व = घमण्ड, गौरव की भावना, । अभिमान; बॉटेनिकल = वनस्पति से सम्बन्धित; जीविका = रोजी-रोटी, जीवन-यापन करने का साधन; समग्र – सम्पूर्ण, पूरा।