In this article, we will share MP Board Class 7th Hindi Solutions Chapter 5 मध्यप्रदेश का वैभव Pdf, Madhya Pradesh Ka Vaibhav Class Seventh, these solutions are solved subject experts from the latest edition books.
MP Board Class 7th Hindi Bhasha Bharti Solutions Chapter 5 मध्यप्रदेश का वैभव
MP Board Class 7th Hindi Bhasha Bharti Chapter 5 पाठ का अभ्यास
बोध प्रश्न
Class 7 Hindi Chapter 5 Madhya Pradesh Ka Vaibhav प्रश्न 1.
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लिखिए
(क) नर्मदा नदी को मध्यप्रदेश की जीवनरेखा क्यों कहा गया है ?
उत्तर-
नर्मदा नदी मध्यप्रदेश के एक बड़े भू-भाग से होकर गुजरती है। मध्य प्रदेश के कई छोटे-बड़े शहर इसके किनारे बसे हैं। अपने उद्गम स्रोत अमरकंटक से लेकर खम्भात की खाड़ी (गुजरात) तक के मार्ग में यह नदी मध्यप्रदेश की धरती को अपने जीवनदायक जल से अभिसिंचित करती है। फलस्वरूप इसे मध्यप्रदेश की जीवनरेखा कहा गया है।
(ख) पचमढ़ी में कौन-कौन से दर्शनीय स्थल हैं ?
उत्तर-
पचमढ़ी में अनेक दर्शनीय स्थल, जैसे धूपगढ़, चौरागढ़, महादेव मन्दिर एवं सूर्योदय-सूर्यास्त के अनुपम दृश्य इत्यादि हैं। यहाँ पर स्थित पाँच गुफाएँ पौराणिक महत्त्व रखती
(ग) चन्द्रगुप्त विक्रमादित्य इतिहास में क्यों अमर हैं ?
उत्तर-
विक्रम संवत् को प्रारम्भ करने वाले प्रख्यात सम्राट चन्द्रगुप्त विक्रमादित्य अवन्तिका (उज्जैन) के राजा थे। वे अपनी न्यायप्रियता, बुद्धिमत्ता, विवेकपूर्ण निर्णय और प्रजापालन आदि के लिए इतिहास में अमर हैं।
(घ) अवन्तिका का वर्तमान नाम क्या है ? तथा यह क्यों प्रसिद्ध है ?
उत्तर-
अवन्तिका का वर्तमान नाम उज्जैन है। उज्जैन में प्रसिद्ध ज्योतिर्लिङ्ग महाकाल का मन्दिर है जो भारत के बारह ज्योतिर्लिङ्गों में से एक है। श्रीकृष्ण की शिक्षा से जुड़ा पौराणिक महत्व का सांदीपनी आश्रम भी यहीं पर है। प्रत्येक बारह वर्ष के अन्तराल पर उज्जैन में कुम्भ मेला आयोजित होता है। इसे सिंहस्थ पर्व भी कहते हैं।
(ङ) मध्यप्रदेश के मुख्य लोकनृत्य, लोकनाट्य कौन-कौन से हैं?
उत्तर-
मध्यप्रदेश के मुख्य लोकनृत्य राई, सैरी, बधावा, ढिमरहाई इत्यादि हैं तथा ढोलामारू, माच और स्वांग इत्यादि यहाँ के प्रमुख लोक नाट्य हैं।
(च) मध्यप्रदेश की मुख्य बोलियाँ कौन-कौन सी हैं ?
उत्तर-
मध्यप्रदेश में प्रमुख रूप से हिन्दी बोली जाती है, – किन्तु अन्य बोलियों के रूप में बुन्देली, मालवी, भीली, बघेली, निमाड़ी इत्यादि बोलियों को बोलने वाले लोगों की संख्या भी काफी है।
(छ) मध्यप्रदेश को लघु भारत क्यों कहा गया है ?
उत्तर-
मध्यप्रदेश में विभिन्न धर्मों, रीति-रिवाजों व मान्यताओं के लोग परस्पर भाईचारे और सद्भाव से निवास करते हैं। प्रदेश में महाराष्ट्र का गणेश उत्सव, बंगाल की दुर्गा पूजा तथा उत्तर भारत की विजयादशमी और दीपावली के साथ-साथ होली, ईद, क्रिसमस जैसे त्यौहार भी उत्साहपूर्वक मनाये जाते हैं। वास्तव में, सांस्कृतिक एवं ऐतिहासिक दृष्टि से सम्पन्न मध्यप्रदेश, लघु भारत जैसा ही है।
MP Board Class 7th Hindi Chapter 5 प्रश्न 2.
खाली स्थान भरिए
(क) मैहर में ………………………………” का मन्दिर है।
(ख) कवि केशव की प्रसिद्ध कृति ……………………………… है।
(ग) झाबुआ का भाभरा ग्राम ……………………………… की जन्म स्थली है।
(घ) प्राचीनतम स्तूपों के लिए ……………………………… विख्यात है।
14 शिवलाल दिग्दर्शिका सम्पूर्ण विषय : कक्षा
(ङ) रीवा में स्थित ……………………………… जलप्रपात दर्शनीय है।
उत्तर-
(क) माँ शारदा,
(ख) रामचन्द्रिका,
(ग) चन्द्रशेखर आजाद,
(घ) साँची,
(ङ) चचाई।
Madhya Pradesh Ka Vaibhav प्रश्न 3.
निम्नलिखित विकल्प वाले प्रश्नों के सही उत्तर छाँटकर लिखिए
(क) इन्दौर शहर के राजवाड़ा में राजभवन है
(1) लोकमाता अहिल्याबाई का
(2) लक्ष्मीबाई का
(3) सुभद्रा कुमारी का
(4) दुर्गावती का।
(ख) बुंदेली के पितृपुरुष हैं
(1) डॉ. सर हरिसिंह गौर
(2) ईसुरी।
(3) भूषण
(4) पद्माकर।
(ग) भारत-भवन स्थित है
(1) इन्दौर में
(2) जबलपुर में :
(3) दिल्ली में
(4) भोपाल में।
(घ) दतिया प्रसिद्ध है
(1) शारदा देवी मन्दिर के लिए
(2) पीताम्बरा पीठ के लिए
(3) बाबनगज प्रतिमा के लिए
(4) शालभंजिका के लिए।
उत्तर-
(क) (1) लोकमाता अहिल्याबाई का,
(ख) (3) भूषण,
(ग) (4) भोपाल में,
(घ) (2) पीताम्बरा पीठ के लिए।
Bhasha Bharti Class 7 Chapter 5 प्रश्न 4.
निम्नलिखित दर्शनीय स्थलों और नगरों की सही जोड़ी बनाइए
(क) कामदगिरी। – (i) विदिशा
(ख) उदयगिरी – (ii) माँडवगढ़
(ग) माण्डू – (iii) साँची
(घ) हीरों की खान – (iv) चित्रकूट
(ङ) बौद्ध-स्तूप – (v) पन्ना
उत्तर-
(क) → (iv)
(ख) → (i)
(ग) → (ii)
(घ) → (v)
(ङ) → (iii)
भाषा अध्ययन
Class 7 Hindi Chapter 5 Mp Board प्रश्न 1.
निम्नलिखित शब्दों के दो अर्थ लिखिए-
उत्तर-
Class 7th Hindi Chapter 5 Madhya Pradesh Ka Vaibhav प्रश्न 2.
निम्नलिखित शब्दों का वाक्यों में प्रयोग कीजिए-
तोरण-द्वार, पाषाण-कालीन, हृदय-स्थली, जीवन-रेखा, | भरत-मिलाप, प्रस्तर-प्रतिमा
उत्तर-
(क) तोरण-द्वार-श्रीराम के वनवास से वापस लौटने पर कई तोरण-द्वार बनाये गये।
(ख) पाषाण-कालीन-हड़प्पा की खुदाई से कई पाषाण-कालीन तथ्य उजागर हुए हैं।
(ग) हृदय-स्थली-मध्यप्रदेश, भारत की हृदय-स्थली है।
(घ) जीवन-रेखा-गंगा नदी भारत की जीवन रेखा है।
(ङ) भरत-मिलाप-रामलीला के दौरान भरत-मिलाप की लीला देखकर दर्शकों की आँखें भर आईं।
(च) प्रस्तर-प्रतिमा-पास के मन्दिर में गणेश की एक भव्य प्रस्तर-प्रतिमा स्थापित की गई है।
MP Board Class 7 Hindi Chapter 5 प्रश्न 3.
शब्दों के अन्त में ‘ता’, ‘तम’ तथा ‘कार’ प्रत्यय जोड़कर नए शब्द बनाइए।
उत्तर-
‘ता’ प्रत्यय-सम + ता = समता; नीच + ता = नीचता; हीन + ता = हीनता।
“तम’ प्रत्यय-सरल + तम = सरलतम; कठिन + तम = कठिनतम; विशाल + तम = विशालतम!
‘कार’ प्रत्यय-उप + कार = उपकार; सर + कार = सरकार, कला + कार = कलाकार।
Class 7th Hindi Chapter 5 Mp Board प्रश्न 4.
निम्नलिखित वाक्यों में शब्दों को सही क्रम में लिखिए
(क) शान हैं अहिल्याबाई मालवा की।
उत्तर-
अहिल्याबाई मालवा की शान हैं।
(ख) भारत की हृदयस्थली है मध्यप्रदेश।
उत्तर-
मध्यप्रदेश भारत की हृदयस्थली है।
(ग) पवित्र नदियों क्षिप्रा में से मध्यप्रदेश की एक है।
उत्तर-
क्षिप्रा मध्यप्रदेश की पवित्र नदियों में से एक है।
(घ) उदाहरण हैं खजुराहो के मन्दिर स्थापत्य कला के।
उत्तर-
खजुराहो के मन्दिर स्थापत्य कला के उदाहरण हैं।
Class 7 Hindi Bhasha Bharti Chapter 5 प्रश्न 5.
निम्नलिखित वाक्यों में से संयुक्त क्रियाएँ छाँटकर लिखिए
(क) कवि बिहारी का सम्बन्ध भी ओरछा से जुड़ा हुआ
(ख) भोपाल झीलों की नगरी के रूप में जाना जाता है।
(ग) भीमबेटका की गुफाएँ मध्य पाषाणकालीन मानव इतिहास का वैभव संजोए हैं।
(घ) किले अपनी भव्यता की कथा कहते रहते हैं।
(ङ) माण्डू के भग्नावशेष राजा बाजबहादुर और रानी रूपमती की कथा कहते प्रतीत होते हैं।
उत्तर-
(क) जुड़ा हुआ है,
(ख) जाना जाता है,
(ग) संजोए है,
(घ) कहते रहते हैं,
(ङ) कहते प्रतीत होते हैं।
मध्यप्रदेश का वैभव परीक्षोपयोगी गद्यांशों की व्याख्या
1. नर्मदा नदी मध्यप्रदेश की जीवनरेखा है। पुराणों में इसे मोक्षदायिनी कहा गया है। अमरकंटक से चलकर पश्चिम की ओर बहती हुई खम्भात की खाड़ी (गुजरात) में मिलती है। भेड़ाघाट पर नर्मदा का जल-प्रपात संगमरमर की चट्टानों के बीच ‘धुआँधार’ के रूप में विख्यात है। इसके तट पर बसे नगर महेश्वर और ओंकारेश्वर तीर्थ के रूप में प्रसिद्ध हैं।
सन्दर्भ-प्रस्तुत गद्यांश हमारी पाठ्य-पुस्तक ‘भाषा-भारती’ के ‘मध्यप्रदेश का वैभव’ नामक पाठ से अवतरित है। यह एक संकलित रचना है।
प्रसंग-प्रस्तुत गद्यांश में मध्यप्रदेश की जीवनरेखा कही जाने वाली नर्मदा नदी का वर्णन किया गया है।
व्याख्या-नर्मदा नदी को मध्यप्रदेश की जीवनरेखा कहा जाता है। हमारे पुराणों में तो इसके महत्त्व पर प्रकाश डालते “हुए इसे मोक्षदायिनी, अर्थात् मोक्ष प्रदान करने वाली कहा गया है। नर्मदा का उद्गम अमरकंटक नामक स्थान से हुआ है। वहाँ से अपनी यात्रा प्रारम्भ करके यह पश्चिम की ओर बहती हुई गुजरात में खम्भात की खाड़ी में पहुँचकर विश्राम करती है। इस। यात्रा के दौरान यह मध्यप्रदेश के कई नगरों व कस्बों को अपने जीवनदायक जल द्वारा अभिसिंचित करती है। नर्मदा नदी का अत्यन्त सुन्दर स्वरूप भेड़ाघाट में देखा जा सकता है, जहाँ यह जल-प्रपात के रूप में संगमरमर की ऊँची व विशालकाय चट्टानों के बीच से निकलती है। इस स्थान को ‘धुआँधार’ के नाम से जाना जाता है। अन्य अनेकों नगरों के अतिरिक्त इसके किनारे पर महेश्वर और ओंकारेश्वर नामक दो ऐतिहासिक नगर बसे हैं। जो तीर्थस्थान के रूप में विख्यात हैं।
2. “सांस्कृतिक, ऐतिहासिक दृष्टि से सम्पन्न हमारा मध्यप्रदेश, लघु भारत ही है। मध्यप्रदेश के वैभव की मिठास यहाँ के निवासियों के हृदय में रची-बसी है।”
सन्दर्भ-पूर्व की तरह।
प्रसंग-प्रस्तुत गद्यांश में मध्यप्रदेश को लघु भारत की संज्ञा दी गई है।
व्याख्या-मध्यप्रदेश में विभिन्न धर्मों, रीति-रिवाजों व मान्यताओं के लोग परस्पर भाईचारे और सद्भाव से निवास करते हैं। यहाँ भारत के अन्य सभी प्रदेशों में मनाये जाने वाले पारम्परिक तीज-त्यौहार मनाये जाते हैं। अतः सांस्कृतिक एवं ऐतिहासिक रूप से समृद्ध मध्य प्रदेश को लघु भारत कहना ठीक ही है। मध्यप्रदेश के गौरवशाली अतीत की मिठास इस प्रदेश के निवासियों के मन में आज भी विद्यमान है तथा जिसे उनके व्यवहार से महसूस किया जा सकता है।
मध्यप्रदेश का वैभव शब्दकाश
दर्शनीय = दर्शन के योग्य; मनोरम = सुन्दर, मन में रमने वाला; वैभव = सम्पत्ति, सम्पन्नता; पाषाण = पत्थर; मनोहारी = मन को अच्छा लगने वाला, मन को हरने वाला; सैलानी = पर्यटक, घूमने वाला; पुरा वैभव = प्राचीन-वैभव; नैसर्गिक = प्रकृति से सम्बन्धित; प्रतीक = चिह्न, संकेत; प्रस्तर = पत्थर; सृजन = रचना, किसी वस्तु का निर्माण करना; मोक्षदायिनी = मोक्ष देने वाली; अलंकृत = सजी हुई; भव्यता = सुन्दरता, विशालता; प्रतिस्पर्धा = टक्कर, मुकाबला; निसर्ग = प्रकृति; शैलाश्रय = पर्वतों में आदिम मनुष्यों के आवास स्थल, गुफाएँ; नक्काशी = बेलबूटे, चित्र बनाना; समाधि = मृत्यु के बाद बना हुआ स्मृति स्थल; उक्ति = कही गई बात, कहावत; जिजीविषा = जीने की इच्छा, जीवटता; शालभंजिका = विश्वप्रसिद्ध प्रतिमा।